Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी website पर तो दोस्तों आज में आपको Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi– Best उपलब्ध करूँगा जो हर बार परीक्षा में पूछे जाते है |Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi- Best पिछले कई पेपरों में पूछे जा चुके है
संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है - Sanyukt Rashtra Sangh
- संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है - Sanyukt Rashtra Sangh
- संयुक्त राष्ट्र संघ (U.N.0.) एक परिचय
- Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
- संयुक्त राष्ट्र संघ का चार्टर (घोषणा-पत्र)
- संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय
- संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज
- संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषाएँ
- संयुक्त राष्ट्र के मुख्य उद्देश्य
- सुरक्षा परिषद
- संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग
- महासभा
- अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय - मुख्यालय- हेग (नीद्रलैण्ड) स्थित
- न्याय परिषद्
- संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व शान्ति में भारत का योगदान
संयुक्त राष्ट्र संघ (U.N.0.) एक परिचय - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
संयुक्त राष्ट्र संघ सम्प्रभु राज्यों की एक संस्था है जो उन्हें आपस में एक चार्टर द्वारा अन्तरराष्ट्रीय शांति तथा सुरक्षा के लिए जोड़तीहै।

यह विश्व की सबसे बड़ी अन्तरराष्ट्रीय संस्था है; राष्ट्र संघ की उत्तराधिकारी है।द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, 1941 ई. में, फ्रेंकलिन डी रूजवेल्ट (तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति) तथा विन्सटन चर्चिल (ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री) के बीच एक बैठक हुई, जिसमें संयुक्त राष्ट्र संघ की नींव डाली गई तथा इसका परिणाम अटलांटिक चार्टर (घोषणा-पत्र) की रूप में निकला, जिसमें विश्व-शांति तथा राष्ट्रों के बीच आपसी सहयोग की बात कही गई।
सेनफ्रांसिस्को सम्मेलन में भारत की ओर से सर रामास्वामी मुदालियर, वी.टी. कृष्णामाचारी एवं फिरोज खान नून ने भाग लिया। 24 अक्टूबर, 1945 तक सभी सदस्य राष्ट्रों ने इस चार्टर को अनुमोदित कर दिया इसी दिन संयुक्त राष्ट्र संघ अस्तित्व में आया।
अक्टूबर, 1943 में, ये नेता पुन: तेहरान (ईरान) में मिले। इस बार वे जोसेफ स्टालिन (रूस के प्रधानमंत्री) के साथ थे तथा वे अन्तरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने के लिए किसी प्रभावशाली माध्यम की जरूरत के लिए उन सिद्धांतों पर तैयार हो गए तथा राष्ट्रपति रूजवेल्ट की सलाह पर इसका नाम संयुक्त राष्ट्र रखा गया।
संयुक्त राष्ट्र संघ का चार्टर (घोषणा-पत्र) - संयुक्त राष्ट्र का चार्टर संविधान का गठन अक्टूबर, 1944 ई. में डम्बार्टन ऑक्स में सोवियत संघ, यूनाइटेड किगंडम (ब्रिटेन), संयुक्त राज्य अमेरिका तथा चीन के परामर्श से हुआ। चार्टर की प्रस्तावना फिल्ड मार्शल स्मट्स द्वारा तैयार की गई।
संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर हस्ताक्षर-26 जून, 1945 संयुक्त राष्ट्र के घोषणा-पत्र पर सैन फ्रांसिस्को (यू.एस.ए.) में 50 देशों के प्रतिनिधियों ने इस पर हस्ताक्षर करने वाला 51वाँ देश पॉलैण्ड था। संयुक्त राष्ट्र संघ का स्थापना दिवस-औपचारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र संघ 24 अक्टूबर, 1945 को अस्तित्व में आया जब चीन, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम. प्रारम्भिक सोवियत संघ, संयुक्त राज्य अमरीका तथा अन्य मुख्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का अनुसमर्थन किया। 24 अक्टूबर को संपूर्ण विश्व में संयुक्त राष्ट्र दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रथम नियमित अधिवेशन सयुक्त राष्ट्र का प्रथम नियमित अधिवेशन का आयोजन लंदन में जनवरी 1946 ई. में हुआ तथा त्रिम्बेली (नार्वे) पहले सेक्रेटरी-जनरल चयनित हुए।संयुक्त राष्ट्र की अधिकृत भाषाएँ 6 हैं व कार्यकारी भाषाएँ अंग्रेजी व फ्रेंच है। मोंटेनिग्रो इसका 192वाँ सदस्य है।

संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय-न्यूयार्क सिटी, (संयुक्त राज्य अमेरिका) में संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय 17 एकड़ भू-भाग पर स्थित है।
संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज–महासभा ने 20 अक्टूबर, 1947 को संयुक्त राष्ट्र का ध्वज स्वीकार । इस पर प्रतीक अध्यारोपित है। प्रतीक में विश्व-मानचित्र है जो उत्तरी ध्रुव से प्रक्षेपित है तथा दो जैतून की टहनियाँ (शांति का प्रतीक) सम्मिलित हैं। ध्वज का रंग हल्का नीला है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की आधिकारिक भाषाएँ–(6) अंग्रेजी, फ्रेंच,स्पेनिश, रूसी, अरबी, चीनी।
संयुक्त राष्ट्र संघ की कार्यकारी भाषाएँ-अंग्रेजी व फ्रेंच।
संयुक्त राष्ट्र के मुख्य उद्देश्य
(i) विश्व में शांति तथा सुरक्षा स्थापित करना ।
(ii) एकजुट होकर गरीबी, बीमारी तथा अशिक्षा मिटाने के लिए
काम करना तथा एक-दूसरे के आधारभूत स्वतंत्रता के
अधिकारों के सम्मान को प्रोत्साहित करना।
(iii) राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों का विकास करना ।
(iv) इन सामान्य उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु राष्ट्रों को मदद करने
का केंद्र के रूप में व्यवस्थित होना।
संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यता - इसकी सदस्यता कोई भी शांति प्रिय राष्ट्र जो संयुक्त राष्ट्र घोषणा-पत्र के दायित्त्वों को स्वीकार करता हो तथा उन्हें कार्यान्वित करने का इच्छुक हो, ग्रहण का सकता है महासभा में नये सदस्यों का नामाकंन सुरक्षा परिषद् की अनुशंसा पर किया जाता है
तथा महासभा के दो-तिहाई सदस्यों का मतदान उनके पक्ष में होना चाहिए। सदस्यों का निष्कासन तथा निलबंन भी इसी प्रक्रिया द्वारा होता है। वर्तमान में UNO के 193 सदस्य है, 193वाँ सदस्य दक्षिणी सुडान है।
- स्थायी सदस्य–सुरक्षा-परिषद् के पाँच स्थायी सदस्य है; चीन, फ्रांस, रूस, यूनाइटेड किंगडम तथा संयुक्त राज्य अमेरिका।
- स्थायी सदस्यों के अधिकार प्रत्येक स्थायी सदस्य को वीटो' का अधिकार प्राप्त है। प्रत्येक निर्णय में सिवाय कार्यप्रणाली के, स्थायी सदस्यों की सकारात्मक सहमति अनिवार्य है। यदि कोई भी स्थायी सदस्य अपने वीटो अधिकार का उपयोग करते हुए किसी प्रस्ताव को अस्वीकार कर दे, उस स्थिति में काउंसिल भी उसे अस्वीकार कर देगा, चाहे 14 अन्य सदस्य उस प्रस्ताव के पक्ष में हों।
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग- इसके छः अंग है - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
(1) महासभा; (2) सुरक्षा परिषद्; (3) आर्थिक एवं सामाजिक परिषद्; (4) अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय; (5) न्यास परिषद् 6) सचिवालय।
महासभा - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
मुख्यालय-न्यूयार्क (यू.एस.ए.)
सदस्यता-संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य शामिल (वर्तमान में 192)। प्रत्येक सदस्य राष्ट्र देश के पास ज्यादा से ज्यादा पाँच प्रतिनिधि होते हैं परंतु हर सदस्य राष्ट्र को केवल एक ही वोट (मत) प्राप्त है।
कार्य-संयुक्त राष्ट्र के घोषणा-पत्र (चार्टर) में लिखे किसी विषय पर अनुशंसा बनाती है, मगर उन विषयों को छोड़ देती है जिसका सम्बन्ध सुरक्षा परिषद् से है। यह शाखा संयुक्त राष्ट्र को नियंत्रित करती है तथा सुरक्षा परिषद् की अनुशंसा पर नये सदस्यों को चयनित करती है।
कार्य के उद्देश्य से महासभा सात मुख्य समितियों में विभक्त है- आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक, न्यास-शासन, वैध, प्रशासन तथा एक खास राजनीतिक समिति। सभी सदस्यों को इन सभी समितियों में प्रतिनिधित्त्व करने का अधिकार है। महासभा के प्रथम अध्यक्ष बेल्जियम के श्री पॉल हेनरी स्पॉक थे। भारत की श्रीमती विजयलक्ष्मी पण्डित 1952 में आठवीं महासभा की एकमात्र महिला अध्यक्ष रही है।
बैठक-महासभा का प्रत्येक वर्ष नियमित अधिवेशन होता है। जिसकी शुरुआत प्रत्येक वर्ष सितम्बर में तीसरे मंगलवार को होती है।
सुरक्षा परिषद - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
मुख्यालय-न्यूयार्क
सदस्यता- सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 15 हो गई है। पाँच स्थायी सदस्य (चीन, फ्रांस, रूस, यूनाईटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका) तथा 10 अस्थायी सदस्य। अस्थायी सदस्यों का चुनाव महासभा द्वारा उपस्थित सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत तथा वोटिंग से होता है।
अस्थायी सदस्यों का चुनाव निम्नलिखित आधारों पर होता हैअफ्रीकी-एशियाई राष्ट्र (5 सदस्य), लैटिन-अमेरिकी राष्ट्र (2 सदस्य), पश्चिम-यूरोपीय राष्ट्र (2 सदस्य), पूर्वी-यूरोपीय राष्ट्र (1 सदस्य)। कार्यकाल-10 अस्थायी सदस्य प्रत्येक दो वर्ष के पश्चात्क्र मश: सेवानिवृत्त हो जाते हैं। सेवानिवृत्त सदस्य तात्कालिक पुनः चुनाव के लिए योग्य नहीं होते।
अध्यक्षता-सुरक्षा परिषद् की अध्यक्षता एक महीने की अवधि के लिए प्रत्येक सदस्य राष्ट्र को क्रमश: उनके नामों के वर्णक्रम से दी जाती है। भारत ने 1 अक्टूबर 1991 ई. को एक महीने के लिए सुरक्षा-परिषद् की अध्यक्षता ग्रहण की थी।
कार्य- सुरक्षा परिषद् पर अन्तरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। यह शांतिपूर्ण समाधानों की अनुशंसा कर सकता है अथवा यदि आवश्यकता हुई, उस स्थिति में पुनःशांति व्यवस्था कायम करने हेतु शक्ति के प्रयोग का भी आदेश दे सकता है। यह नये सदस्यों के नामांकन के लिए भी जिम्मेदार है, निलंबन सदस्यों का अथवा निष्कासन। यह महासभा के साथ मिलकर अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के लिए न्यायाधीश का चुनाव करता है। कोई भी राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों के निरपेक्ष, अपनी कठिनाई को परिषद् के समक्ष प्रस्तुत कर सकता है।
एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का प्रतिनिधित्त्व-भारत का प्रतिनिधत्त्व सुरक्षा परिषद् में एक अस्थायी सदस्य के रूप में वर्ष 1951-52, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85 तथा
1991-92 में कुल छह बार रहा है। वर्तमान में भारत (201112) सातवीं बार अस्थायी सदस्य के रूप में कार्यरत हैं
आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
मुख्यालय-न्यूयार्क
सदस्यता—महासभा के दो-तिहाई बहुमत द्वारा चयनित 54 सदस्य-राष्ट्र इसमें शामिल हैं।
कार्यकाल-इस परिषद् का एक-तिहाई सदस्य तीन वर्षों की सेवा-अवधि के लिए प्रतिवर्ष चुना जाता है। सदस्यों (18) के एक-तिहाई प्रतिवर्ष सेवानिवृत्त होते हैं लेकिन वे तात्कालिक पुनः चुनाव में भाग ले सकते हैं। कार्य आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् संयुक्त राष्ट्र संघ के अन्तरराष्ट्रीय, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य सम्बन्धित कार्यों का संपादन करता है। यह संयुक्त राष्ट्र की अन्य शाखाओं के कार्य को भी संचालित करता है

अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
मुख्यालय- हेग (नीद्रलैण्ड) स्थित।
सदस्यता- अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय में महासभा तथा सुरक्षा परिषद्द्वा रा चुने गए 15 न्यायाधीश होते हैं। एक ही देश के दो न्यायाधीश नहीं हो सकते
कार्यकाल-ये न्यायाधीश नौ वर्ष की अवधि के लिए चुने जाते हैं तथा सत्र की समाप्ति के उपरांत वे चुनाव में पुनः भाग ले सकते हैं।
कार्य-यह संयुक्त राष्ट्र संघ की शाखाओं तथा विशेष संघों को वैध मामलों में उनकी माँग पर परामर्श देता है। अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) राष्ट्रों द्वारा उसके समक्ष लिए गए कानूनी झगड़े सुलझाता है।
श्री आर.एस. पाठक (भारत के मुख्य न्यायाधीश) 18 अप्रैल, 1989 को अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश चुने गए। वह तीसरे भारतीय है जिन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ। दो अन्य श्री बी. एन, राव तथा श्री नगेन्द्र सिंह थे। न्यायालय की आधिकारिक भाषाएँ फ्रेंच व अंग्रेजी है।
न्याय परिषद् - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
मुख्यालय-न्यूयार्क
सदस्यता-सुरक्षा परिषद् के पाँच स्थायी सदस्य तथा वे राष्ट्र जो न्यास संचालित करते हैं, और अतिरिक्त जरूरतमंद सदस्य जो प्रशासनिक तथा गैर-प्रशासनिक राष्ट्रों के मध्य सामंजस्य स्थापित
कर सकें। सम्मेलन-वर्ष में दो बार नियमित बैठक होती है तथा निर्णय साधारण बहुमत के आधार पर लिया जाता है।
लक्ष्य-अन्तरराष्ट्रीय न्यास पद्धति के लिए चार्टर की व्यवस्था क्षेत्रीय निवासी के रुचि को सुरक्षित रखने के लिए है जो अभी तक स्वयंशासी-निकाय नहीं हैं तथा इसे एक विशेष अनुबंध के तहत स्थापित किया जा सकता है। ऐसे क्षेत्र न्यास कहलाते हैं तथा जिस राष्ट्र को यह कार्य प्रशासनिक रूप से सुपुर्द है, प्रशासी राष्ट्र कहलाता है।
न्यास पद्धति की उपलब्धि-411 क्षेत्रों में से 10 जो न्यास पद्धति के तहत स्थापित थे, स्वतंत्र हो गए अथवा स्वतंत्र राष्ट्रों में शामिल हो गए।
सचिवालय - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
प्रधान-एक सेक्रेटरी-जनरल जो सुरक्षा परिषद् की अनुशंसापर महासभा द्वारा नियुक्त किया जाता है। वर्तमान में बान-कीमून वर्ष 2007 से UN महासचिव है, जिन्हें दूसरे कार्यकाल (2012-17) के लिए चुन लिया गया है।
कार्यकाल-इसका पाँच वर्ष तथा अवधि की समाप्ति पर पुनः चुनाव में भाग लेने में सक्षम।
सदस्यता-वैसे अन्तरराष्ट्रीय सरकारी नौकर जो इसमें शामिल होने के पश्चात् अपने राष्ट्रीय धर्म को भूलकर संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य के लिए काम करते हैं।
कार्य-यह संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्य प्रशासनिक कार्यालय है जो संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यों का समन्वय तथा संचालन करता है।
इसका कार्यालय न्यूयार्क व उसकी एक शाखा जेनेवा में स्थित है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव इसका प्रधान कार्यकारी अधिकारी होता है। जिसकी नियुक्ति सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर महासभा द्वारा 2/3 बहुमत से की जाती है। प्रथम महासचिव नार्वे के श्री ट्रिग्वेली थे।
संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व शान्ति में भारत का योगदान - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक था। भारत ने अपने कर्तव्यों को निःस्वार्थ भाव से पूरा किया। संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व शान्ति में भारत का योगदान निम्नलिखित है1. अन्तरराष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा में आस्था व शान्ति अभियान में योगदान-भारत ने अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र को सदैव अपना सहयोग प्रदान किया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा संचालित शान्ति सेनाओं को पूर्ण सहयोग दिया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने कांगो में शान्ति स्थापित करने के लिए सैनिक टुकड़ियाँ भेजी। भारतीय सैनिक दल ने वहाँ भी कोरिया के समान शान्ति स्थापना का कार्य किया।
सदस्यता को व्यापक बनाने में भूमिका-भारत ने सभी स्वतंत्र राष्ट्रों को संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रवेश दिया जिन्हें शीत युद्ध के पारस्परिक विरोध के कारण सदस्यता से वंचित रखा गया। भारत ने विकासशील देशों के एक समूह का नेतृत्व किया जिसके आग्रह पर 1956 में 16 देशों को संयुक्त राष्ट्र संघ की सदस्यत प्रदान की गई
भारत ने सन् 1971 में अमेरिका की सहमति से राष्ट्रवादी चीन को निष्कासित करके उसके स्थान पर जनवादी चीन को संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रतिनिधित्व प्रदान किया गया।
भारत के प्रयास से इंडोनेशिया, मलेशिया, कम्बोडिया, घाना, सूडान, अल्जीरिया आदि देशों को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। भारत ने एशिया और अफ्रीका में उपनिवेशवाद के उन्मूलन के लिए अत्यन्त
प्रयास किए।
गुट निरपेक्ष आन्दोलन की स्थापना-1961 में पण्डित नेहरू, मिस्र के राष्ट्रपति नासिर व यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति मार्शल टीटो के संयुक्त प्रयासों से गुटनिरपेक्ष आन्दोलन का जन्म हुआ। सन् 1974 में गुटनिरपेक्ष देशों की पहल पर नई अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का समर्थन किया गया जिससे की स्वतंत्र देश पूँजीवादी देशों पर निर्भर न रहे।
निःशस्त्रीकरण-संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 1952 में 'निःशस्त्रीकरण आयोग का गठन किया गया। इसके माध्यम से विश्व के शक्तिशाली राष्ट्रों द्वारा बनाए जा रहे विनाशक परमाणु हथियारों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा पर अंकुश लगाने का प्रयत्न किया गया। भारत ने अपने परमाणु सिद्धान्त में अणुशक्ति का प्रयोग केवल शांतिपूर्ण कार्यों को करने में तथा पहले पहल नहीं करने की नीति अपनाकर विश्व शांति कायम रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पण्डित जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रतिपादित ‘पंचशील का सिद्धान्त' तथा 'निर्गुट आन्दोलन' द्वारा विश्व शान्ति के प्रयास किए गए।
रंगभेद की नीति का विरोध- Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
भारत ने दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद की नीति के विरोध में सन् 1949 में दक्षिण अफ्रीका से अपने सम्बन्ध तोड़ दिये। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के नेता नेल्सन मंडेला के रंगभेद विरोधी आन्दोलन का तब तक अपना पूर्ण समर्थन दिया जब तक मंडेला ने पूर्ण बहुमत से विजयी होकर अपनी सरकार न बना ली।
पर्यावरण संरक्षण में योगदान– Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
पर्यावरण संरक्षण में संयुक्त राष्ट्र संघ की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए ‘धरती रक्षा कोष' की स्थापना में योगदान दिया है।भारत ने पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न कार्यक्रमों, संगठनों एवं सम्मेलनों में विकसित देशों के सहयोग से पर्यावरण संरक्षण कार्य को आगे बढ़ाने में योग दिया।
आतंकवाद की समाप्ति एवं मानवाधिकारों की सुरक्षा में योगदान- Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi
भारत में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं सभी राज्य मानवाधिकार आयोग देश में नागरिकों के मानवाधिकारों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दोस्तों यदि आपको Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi – Best यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi– Best पोस्ट को Like & Comment करे तथा Share भी करे और हमे बताये भी ये पोस्ट आपको केसी लगी धन्यवाद – Pankaj Taak
- सिन्धु घाटी सभ्यता | Sindhu Ghaati Sabhyta In Hindi
- योगासन ( Yoga Aasan ) - Yoga Aasan in Hindi - योग के आसन व उनके लाभ
- पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabd in Hindi (Synonyms) समानार्थी शब्द
- How Important Is Understanding Of Comparing Numbers?
- IMC FULL FORM IN HINDI | IMC क्या है | IMC की पूरी जानकरी
- Hindi Ginti : 1 से 100 तक हिन्दी में गिनती - Number Counting in Hindi
- Static GK Pdf In Hindi Download PDF
- LCM और HCF in Hindi | LCM AND HCF FORMULA, QUESTIONS, TRICKS IN HINDI
- विश्व के प्रमुख आविष्कार / खोज और उनके आविष्कारक / खोजकर्ता / Aviskarak - Best
- Top 100 Easy General Knowledge Questions And Answers In Hindi
- Number System Questions in Hindi | संख्या पद्धति प्रश्न
- Haryana Gk Top 50 प्रश्न उत्तर In Hindi PDF - Haryana Gk In Hindi
- UPSC Full Form In Hindi -UPSC क्या है - इस Exam की तैयारी कैसे करे। पूरी जानकारी
- [ 311+ ] Top Rajasthan Gk One Liner Question In Hindi Pdf - राजस्थान सामान्य ज्ञान एक लाइन
- [ 576+ ] Best Reasoning Question In Hindi PDF
- RRB NTPC EXAM 2020-21 GK Question Aaswer ALL SHIFT - BEST
- Rajasthan Map District Wise in Hindi - जिला दर्शन GK In Hindi
- Bharatpur ka Jat Vansh in Rajasthan - भरतपुर का जाट वंश
- Computer Related Full Form A to Z - Computer A To Z Full Form - Best
- Sarso Anusandhan Kendra Sewar Bharatpur - सरसों अनुसंधान निदेशालय सेवर भरतपुर - Best
- श्रृंगार रस – परिभाषा, भेद और उदाहरण | Shringar Ras In Hindi - Shringar Ras Ke Udaharan
- General Knowledge Human Body Questions Answers In Hindi - Best
- RRb Ntpc Previous Year Question Paper In Hindi - Best
- सिंधु घाटी सभ्यता - सिंधु घाटी सभ्यता बहुविकल्पीय प्रश्न - Sindhu Ghati Sabhyata Question - Best
- जवाहर लाल नेहरू की जीवनी - Pandit Jawaharlal Nehru Ka Jeevan Parichay in Hindi - Best
- IPL Match Free Me Kaise Dekhe | How to Watch IPL Free 2020 - Best
- संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है - Sanyukt Rashtra Sangh In Hindi - Best
- Sitabari Fair of Baran, Rajasthan सीताबाड़ी का मेला, बारां (राजस्थान) - Best
- Rajasthan Me Paryatan Sthal - राजस्थान में पर्यटन स्थल - Best
- रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood circulatory system of Human) - Best
- राजस्थान में 1857 की क्रांति Rajasthan Me 1857 Ki Kranti In Hindi - Best
- राजस्थान की प्रमुख हवेलिया | Rajasthan Ki Pramukh Haweliya
- राजस्थान की बावडिया - Rajasthan ki bavdiya In Hindi
- राजस्थान में जनजाति व किसान आन्दोलन -Rajasthan ke janjaati v Kisan aandolan In Hindi
- राजस्थान के दुर्ग : Rajasthan Ke Durg In Hindi - Rajasthan Fort
- राजस्थान के लोकगीत एवं लोक नृत्य Rajasthan Ke Lokgeet v Nrtay Question In Hindi - Best
- राजस्थान की चित्रकला - Rajasthan Ki Chitrkalaa In Hindi
- श्वसन तंत्र Question In Hindi Respiratory System - Best
- पाचन तंत्र Pachan Tantr Question In Hindi - Best 2020
टिप्पणियाँ(0)